कोरोना एक वैश्विक महामारी है जिसके कारण पूरी दुनिया में कई लाख लोगों की मृत्यु हुई है और कई करोड़ लोग अब तक इस संक्रमण के शिकार हुए हैं| Coronavirus Vaccine (Covaxin/Covishied/Other) की 2 डोज़ लगने के बाद भी इस बीमारी से सतर्कता, जागरूकता व बचाव बहुत महत्त्वपूर्ण है। COVID-19 की पहली 2 लहर ने भारत में कोहराम मचा दिया था और अब दोबारा यह महामारी तीसरी लहर के रूप में अपने पैर पसार सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर चिकित्सा सेतु ऍप का उपयोग करने का मन बना लिया है। People can now download UP govt's Chikitsa Setu App from google play store (android smartphone users).
भारत में भी तमाम सावधानी और सतर्कता के बावजूद संक्रमण का खतरा बना हुआ है| पिछले दो-ढाई महीनों के दौरान चीन की हालत देख कर हम लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि कोरोना जैसे वायरस दवा के बाद नहीं रुका है, इसका एक ही बचाव है - सावधानी और सतर्कता|
जागरूकता के माध्यम से हम इस प्रकार की वायरस जनित बीमारियों पर प्रभावी अंकुश लगा सकते हैं| अब हर जनपद में फिर से एक टेस्टिंग लैब कार्यान्वित होगी। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री कार्यवाही को आगे बढ़ाएं। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए एवं इस संबंध में पूल टेस्टिंग को अपनाया जाए| ट्रेनिंग पर फोकस करते हुए एक बड़े उद्देश्य की प्राप्ति के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 'चिकित्सा सेतु एप' प्रारंभ किया है|
UP Chikitsa Setu App Download (उत्तर प्रदेश चिकित्सा सेतु एप डाउनलोड करें)
Here is how android users can download Chikitsa Setu mobile app from google play store. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की 'चिकित्सा सेतु एप' के शुभारम्भ के लिए मैं चिकित्सा शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, यहां उपस्थित समस्त अधिकारीगण, KGMU, SGPGI एवं RML इंस्टीट्यूट्स के डायरेक्टर व कुलपतिगण को हृदय से बधाई देता हूं|
How Chikitsa Setu App will Help in COVID-19 Fight (चिकित्सा सेतु ऍप कोरोनावायरस से कैसे लड़ने में मददगार होगी)
चिकित्सा सेतु एप को व्यावहारिक बनाने के साथ ही इसे किसी भी प्रकार के साइबर अटैक से भी बचाने का प्रयास करें। इसका कहीं भी दुरुपयोग न होने पाए इसके बारे में भी हमें पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए जब हम लोगों ने कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई आरम्भ की थी तब हमारे पास सैनिटाइजर की कमी थी:इसके साथ ही, पीपीई किट व एन-95 मास्क की कमी थी, ट्रिपल लेयर मास्क के लिए भी हम लोगों को हाथ फैलाने पड़ते थे। परंतु आज देश व प्रदेश में भी इसकी पर्याप्त उपलब्धता है और हमने इसमें आत्मनिर्भरता भी हासिल की है।
इसलिए इस सेवा में कहीं भी असावधानी के लिए स्थान नहीं हो सकता है। हम अक्सर देखते हैं कि थोड़ी सी लापरवाही के कारण पूरी टीम को क्वारंटाइन होने के लिए मजबूर होना पड़ता है, हम इसके बारे में सतर्कता बरतें| जैसे भी हो कोरोना चेन को हर हाल में, हर स्थिति में तोड़ना है और इसके लिए अपने आपको तैयार करना होगा। मुझे विश्वास है कि 'चिकित्सा सेतु एप' इस भूमिका का निर्वहन करने में सफल होगा।
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