छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के लिए राजीव गाँधी किसान न्याय योजना 2023 का शुभारम्भ कर दिया है| इस योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम के धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी, रागी तथा रबी में गन्ना फसल की खेती करने वाले 26 लाख से अधिक किसानों को राज्य सरकार 30,000 रुपये सालाना देगी| यह रकम सीधा किसानो के बैंक खाते में 4 किश्तों (हर किश्त में 7500 रुपये) मे डाली जाएगी| राजीव गाँधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सन 2023 के लिए 6,800 करोड़ की राशि प्रस्तावित की है|
अब आप लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा होगा की 1) राजीव गाँधी किसान न्याय योजना कब लांच की गयी थी ? 2) इस योजना के अंतर्गत 30,000 रुपये पाने के लिए आपको क्या करना होगा? 3 )इस योजना के आवेदन पत्र ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे भरना है? 4) पंजीकरण करने के लिए पात्रता क्या होगी? 5) लाभार्थी सूची (लिस्ट) कब आएगी?
इन सभी सवालों का जवाब देने के लिए ही आपको CG Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana in Hindi पोस्ट को पढ़ना जरुरी है| आशा करते हैं की अंत तक पढ़ने पर आपको आपके सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे| 
इस योजना के बारे में पूछे गए सभी सवालों के जवाब इस प्रकार हैं.

Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana in Chhattisgarh Budget 2023-24

Finance Minister presented Chhattisgarh Budget 2023-24 on 6 March 2023. While delivering CG Budget Speech 2023-24, FM said "छत्तीसगढ़ की जनता से किए गए वादों को पूरा करने के लिए तमाम बाधाओं के बीच भी हम अपने निर्णय पर अडिग रहे किसानों को उनकी उपज का उचित लाभ देने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू की गयी। इसके तहत किसानों को प्रति एकड़ 09 हजार की आदान सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया। खरीफ 2019 से लेकर अब तक 16 हजार 415 करोड़ की आदान सहायता राशि सीधे किसानों के खातों में भुगतान की जा चुकी है।".

FM also said "खरीफ 2022 के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत 26 लाख 41 हजार किसानों द्वारा 34 लाख 06 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे का पंजीयन कराया गया है। इन किसानों को आदान सहायता राशि वितरण हेतु वर्ष 2023-24 के बजट में 06 हजार 800 करोड़ की राशि का प्रावधान है।".

राजीव गाँधी किसान न्याय योजना किश्तों की जानकारी (Installment Updates)

छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 70% आबादी कृषि पर निर्भर है। राज्य का अधिकांश क्षेत्र वर्षा आधारित होने से मौसमीय प्रतिकूलता एवं कृषि आदान लागत में वृद्धि के कारण कृषि आय में अनिश्चितता तथा ऋणग्रस्तता बनी रहती है। इसके फलस्वरुप कृषक फसल उत्पादन के लिए आवश्यक आदान जैसे उन्नत बीज उर्वरक कीटनाशक, यांत्रिकीकरण एवं नवीन कृषि तकनीकी में पर्याप्त निवेश नहीं कर पाते है। कृषि में पर्याप्त निवेश एवं कास्त लागत में राहत देने के लिए राज्य शासन द्वारा कृषि आदान सहायता हेतु "राजीव गांधी किसान न्याय योजना" लागू की जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने किसान न्याय योजना के तहत 11 किस्तें राज्य के लाभार्थी किसानों के खातों में जमा कर दी है जिनकी जानकारी यहाँ पर दी गयी है:-
  • पहली किस्त - 21 मई 2020 (सन 2020-21 की पहली किश्त)
  • दूसरी किस्त - 20 अगस्त 2020 (सन 2020-21 की दूसरी किश्त)
  • तीसरी किस्त - 2 नवंबर 2020 (सन 2020-21 की तीसरी किश्त)
  • चौथी किस्त - 21 मार्च 2021 (सन 2020-21 की चौथी किश्त)
  • पांचवी किस्त - 21 मई 2021 (सन 2021-22 की पहली किश्त)
  • छठवीं किस्त - 20 अगस्त 2021 (सन 2021-22 की दूसरी किश्त)
  • सातवीं किस्त - 1 नवंबर 2021 (सन 2021-22 की तीसरी किश्त)
  • आठवीं किश्त - 31 मार्च 2022 (सन 2021-22 की चौथी किश्त)
  • नौवीं किश्त - 21 मई 2022 (सन 2022-23 की पहली किश्त)
  • दसवीं क़िस्त - 20 अगस्त 2022 (सन 2022-23 की दूसरी किश्त)
  • ग्यारहवीं किश्त - 17 अक्टूबर 2022 (सन 2022-23 की तीसरी किश्त)
Latest Installment Update - छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 1745 करोड़ की धनराशि 26 लाख से अधिक किसानों के खाते में जमा कर दी है। यह राजीव गाँधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत इस साल दी जाने वाली तीसरी किश्त है। मुख्यमंत्री द्वारा तीसरी किस्त का भुगतान 17 अक्टूबर 2022 को किया गया है। इससे पहले राजीव गाँधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत 1745 करोड़ की धनराशि किसानों के खाते में राज्य सरकार ने 20 अगस्त 2022 (दूसरी किश्त - Rs. 1745 crore) और 21 मई 2022 (पहली किश्त - Rs. 1720 crore) को जमा कर दी थी। सरकार द्वारा अब तक 16,415 करोड़ रूपये की आदान राशि का भुगतान किया जा चुका है।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना का उद्देश्य

  • फसल क्षेत्राच्छादन, उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि
  • फसल के कास्त लागत की प्रतिपूर्ति कर कृषको के शुद्ध आय में वृद्धि करना ।
  • कृषको को कृषि में अधिक निवेश हेतु प्रोत्साहन
  • कृषि को लाभ के व्यवसाय के रूप में पुर्नस्थापित करते हुए जी.डी.पी. में कृषि क्षेत्र की सहभागिता में वृद्धि ।

राजीव गाँधी किसान न्याय योजनांतर्गत सम्मिलित फसल एवं पात्रता

  • योजनांतर्गत खरीफ मौसम के धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी, रागी तथा रबी में गन्ना फसल को सम्मिलित किया गया है। 
  • कृषकों द्वारा पंजीकृत / वास्तविक बोए गए रकबा के आधार पर निर्धारित राशि प्रति एकड़ की दर से अनुपातिक रूप से उनके बैंक खाते में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से सहायता राशि अंतरित किया जाएगा।
  • अनुदानग्रहिता कृषक यदि गत वर्ष धान की फसल लगाया था एवं इस वर्ष धान के स्थान पर योजनांतर्गत शामिल अन्य फसल लगाता है, तो उस स्थिति में कृषकों को अतिरिक्त सहायता अनुदान प्रदान किया जावेगा।
  • कृषकों द्वारा उपरोक्त फसलों के बोए गए रकबा के आधार पर लाभ प्राप्त करने हेतु घोषणा पत्र के साथ विभागीय पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। 
  • योजनांतर्गत निर्दिष्ट फसल लगाने वाले संस्थागत भू-स्वामी कृषक इस योजना हेतु पात्र नहीं होंगे।
  • फसल अवशेष को जलाने वाले कृषक योजनांतर्गत संबंधित मौसम में लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र नहीं होंगे।
  • घोषणा पत्र में गलत जानकारी देने वाले कृषकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही अथवा प्रदत्त अनुदान राशि की वसूली भू-राजस्व संहिता के प्रचलित प्रावधान अनुसार की जावेगी।
  • आदान सहायता राशि का निर्धारण मंत्री-मंडलीय समिति द्वारा प्रतिवर्ष प्रत्येक फसल हेतु किया जावेगा।

Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana Registration / Application Form PDF  

अब सभी लोग जो राजीव गाँधी किसान न्याय योजना पंजीकरण करना चाहते हैं, उन्हें RGKNY आवेदन पत्र भरना होगा। Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana registration form PDF download link - http://agriportal.cg.nic.in/agridept/StateScheme/Rajiv_Gandhi_Kisan_Nyay_Yojana_Guideline_.pdf 

इस लिंक पर क्लिक करने पर खुली हुई PDF के 8th पेज पर राजीव गाँधी किसान न्याय योजना Application Form दिख जाएगा। 
CG Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana apply form PDF को डाउनलोड करके सम्बंधित अधिकारी के पास जमा करने पर आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। 

राजीव गाँधी किसान न्याय योजना आवेदन प्रक्रिया 

  • आवेदन फॉर्म: कृषक को सबसे पहले आवेदन फॉर्म भरना होगा। 
  • फॉर्म सत्यापन: यह फॉर्म फिर RAEO के पास फॉर्म सत्यापन के लिए जमा करना होगा। इसके साथ बैंक ऋण, बी-1, बैंक पासबुक, आधार कार्ड जैसे दस्तावेज देने होंगे। 
  • कृषक पंजीयन: Society (PACS) के द्वारा किसानों का पंजीयन किया जाएगा। इसके लिए व्यक्तिगत जानकारी, भूमि सत्यापन और फसल विवरण देना होगा। 
  • इसके बाद कृषक को SMS (UFID, पावती के लिंक के साथ) भेज दिया जाएगा। 
  • Check RGKNY Apply Process using the link - https://rgkny.cg.nic.in/assets/files/UFPSOP_APC.pdf
ये याद रखें की कृषक पंजीयन के बाद स्वतः फसलवार गिरदावरी से सत्यापन/पुष्टि हो जाएगी। जिसके बाद कृषकवार फसलवार भूईयां से सत्यापित रकबा लेकर विभिन्न विभागों जैसे खाद्य, कृषि, वन द्वारा उपयोग किया जाएगा।

कियान्वयन एजेंसी 

राज्य एवं जिला स्तर पर योजना का क्रियान्वयन क्रमशः संचालक कृषि एवं जिलों के उप संचालक कृषि द्वारा जिला कलेक्टर की देख-रेख में किया जायेगा। 

rgkny.cg.nic.in Portal

  • कृषकों का आसान एवं सुगम पंजीयन ।
  • विभिन्न योजनाओं हेतु एक ही बार कृषक पंजीयन |
  • योजनाओं के क्रियान्वयन, प्रबंधन एवं पर्यवेक्षण में आसानी |
  • सटीक एवं त्वरित डाटा की प्राप्ति |
  • वास्तविक हितग्राही को लाभान्वित करना एवं हितग्राहियों के दोहराव को रोकना |
  • Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana Link - https://rgkny.cg.nic.in/#/homepage

Important Dates for Rajeev Gandhi Kisan Nyay Yojana

केवल उन्हीं किसानों को योजना का लाभ मिलेगा जो योजना के तहत अपना पंजीकरण निर्धारित समय सीमा में करवा लेते हैं। किसान न्याय योजना के तहत पंजीकरण करवाने के लिए राज्य सरकार द्वारा तय की गई समय सीमा कुछ इस प्रकार है।
खरीफ की फसलों के लिए: 1 जून से 30 सितम्बर (खरीफ के लिए)
गन्ना फसल उत्पादकों के लिए: प्रतिवर्ष 30 सितम्बर तक. गन्ने की फसल उगाने वाले किसानों को प्रतिवर्ष 30 सितम्बर तक अपना पंजीकरण अपने अधिसूचित क्षेत्र में सहकारी शक्कर कारखाने अथवा विभागीय पोर्टल में करवाना जरूरी है।

CG Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana FAQ

Q - राजीव गाँधी किसान न्याय योजना कब लांच की जाएगी?
Ans - आप लोगों को ये जान कर ख़ुशी होगी की छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस योजना की शुरुआत 21 May 2020 को कर दी है| इस योजना के अंतर्गत हर किसान को 4 किश्तों में 30,000 मिलने हैं, जिसका मतलब की प्रत्येक किश्त 7,500 रुपये की होगी| वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी भी इस स्कीम के लांच से जुड़े|

Q - इस योजना के अंतर्गत 30,000 रुपये पाने के लिए आपको क्या करना होगा?
Ans - राजीव गाँधी किसान न्याय योजना उन सभी लोगों के लिए है जो खरीफ मौसम के धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी, रागी तथा रबी में गन्ना फसल उगाते हैं| 

Q - Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana आवेदन पत्र (एप्लीकेशन फॉर्म) ऑनलाइन होंगे या ऑफलाइन?
राजीव गाँधी किसान न्याय योजना एक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) स्कीम है| इस योजना के rgkny.cg.nic.in पोर्टल पर ऑफलाइन एप्लीकेशन फॉर्म PDF फॉर्मेट में उपलब्ध है| 

Q - RGKNY पंजीकरण करने के लिए पात्रता क्या होगी ? 
Ans -समस्त श्रेणी के भू-स्वामी एवं वन पट्टाधारी कृषक को पोर्टल में पंजीयन की पात्रता होगी। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजनान्तर्गत वन पट्टा धारक, ग्राम पंचायत एवं संयुक्त वन प्रबंधन समिति जो अपने उपलब्ध भूमि में वृक्षारोपण करते हैं, उन्हें पोर्टल में पंजीयन की पात्रता होगी|

Q- राजीव गाँधी किसान न्याय योजना लाभार्थी सूची (लिस्ट) कब आएगी?
Ans - राजीव गाँधी किसान न्याय योजना में सरकारी डेटाबेस के आधार पर न्यूनतम आय वितरण का प्रावधान किया गया है| यह लाभार्थी सूची (लिस्ट) सार्वजनिक नहीं की जाएगी| हालांकि जो भी किसान पात्रता को पूरा करते हो, वह अपना बैंक खाता की डिटेल देख सकते हैं|

Background of Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana

दरअसल कांग्रेस ने 2500 रुपए की दर से किसानों से धान खरीदने की बात की थी लेकिन केंद्र सरकार ने बोनस देने के लिए सहमति नहीं दी तो भूपेश सरकार ने अलग योजना बनाकर किसानों को धान के मूल्य के बदले में नगद राहत देने का फैसला किया। इसी के तहत किसान न्याय योजना को राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रारंभ किया गया है। इस योजना के तहत खरीफ मौसम के धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी, रागी तथा रबी में गन्ना फसल उगाने वाले किसानों को अधिकतम 10 हजार रुपए प्रति एकड़ दिया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने RGKNY योजना के दूसरे चरण में भूमिहीन श्रमिकों को भी शामिल कर लिया गया है जो पहले इससे वंचित थे। इस योजना में राज्य सरकार ने खरीफ 2022-23 के लिए धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कोटकी, रागी और रबी में गन्ना फसल को शामिल किया है।