**मेरे प्यारे साथियों** आज हम आपको हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2023 किसान पंजीकरण फॉर्म भरने की ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में बताएंगे। इस स्कीम को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर जी ने जल संरक्षण के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है। किसान को धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों द्वारा विविधिकरण के लिए प्रोत्साहन राशि 7,000 रूपये प्रति एकड़ दिए जाएंगे। किसान धान की फसल की जगह कपास, मक्का, दलहन, बाजरा, सब्जियां या फल में से किसी भी चीज की खेती (बुआई) कर सकते हैं। 

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2023 का मुख्य उद्देश्य पानी की बर्बादी को रोकना है क्योकि धान की फसल उगाने में बहुत पानी लगता है। इस आर्टिकल में हम आपको किसान फसल विविधिकरण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म के बारे में बताएंगे। साथ ही रिचार्ज शाफ़्ट के लिए एप्लीकेशन फॉर्म और आवेदन प्रक्रिया भी इस आर्टिकल में किसान जान सकते हैं। 
यह योजना राज्य के सभी जिलों में लागू है। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग अब मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत किसानो के बैंक खाते में जल्द ही 7,000 रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से अगली क़िस्त जमा करने पर विचार कर रहा है।  

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना किसान रजिस्ट्रेशन फॉर्म

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के माध्यम से हरियाणा राज्य सरकार पानी की अधिक खपत वाले धान के स्थान पर ऐसी फसलों को प्रोत्साहित करेगी जिनके लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। आगामी सीजन के दौरान धान के अलावा अन्य वैकल्पिक फसलों की बुवाई करने वाले किसानो को प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति एकड़ 7,000 रुपए दिए जाएंगे। अब जानते हैं हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना किसान रजिस्ट्रेशन फॉर्म ऑनलाइन माध्यम से भरने की पूरी प्रक्रिया। 

फसल विविधीकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पत्र

किसान अब मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर फसल विविधीकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पत्र भर सकते हैं, प्रक्रिया नीचे दी गयी है. You can follow some simple steps in order to make farmers registration at Meri Fasal Mera Byora Portal:-
  • New page to make farmers registration at fasal.haryana.gov.in portal will open.
  • Click at "किसान पंजीकरण (हरियाणा)" link to open farmer login form at Haryana Meri Fasal Mera Byora Portal.
  • Enter mobile number, captcha, click "लॉग इन" button and then validate OTP. Next page will ask selecting an option either "हाँ" or "नहीं". If yes, enter Parivar Pehchan Patra (PPP) ID and if no, then enter aadhar number. Farmers family details would be fetched and automatically get displayed on the screen.
  • Next Haryana Farmer Registration Form at Meri Fasal Mera Byora Portal will open.
  • Farmers have to enter details correctly and submit it to register themselves to sell crops. Farmers online registration form can be filled by VLEs at CSCs or Atal Seva Kendras or through online mode by farmers themselves. Note that Information received on this portal can be shared with farmers and Agriculture and Farmers Welfare department.
Information uploaded by the farmers cannot be used in any other legal claim. Patwaris would share data related to Jamabandi to ease down the crops procurement procedure. Also "आढती द्वारा पड़ोसी राज्य के किसान" and "पड़ोसी राज्य के किसान (जिनकी ज़मीन हरियाणा में है)" can also make online registration at Meri Fasal Mera Byora Portal at fasal.haryana.gov.in.

ऐसा करने पर मेरा पानी मेरी विरासत योजना के अंतर्गत फसल विविधीकरण के लिए किसानों के ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।               

रिचार्ज शाफ़्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन / एप्लीकेशन फॉर्म

ऑनलाइन पोर्टल पर मेरा पानी मेरी विरासत योजना हरयाणा के अंतर्गत रिचार्ज शाफ़्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया यहाँ दिखाई गयी है:-
  • सबसे पहले आधिकारिक मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल fasal.haryana.gov.in पर जाएं। 
  • होमपेज पर "रिचार्ज शाफ़्ट के लिए आवेदन करें" लिंक पर क्लिक करें।
  • इसके बाद हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2023 के अंतर्गत रिचार्ज शाफ्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन / एप्लीकेशन फॉर्म खुल जाएगा:-
  • सभी जानकारी भरने के बाद किसान रिचार्ज शाफ़्ट आवेदन फॉर्म को "Submit" कर सकते हैं। 

मेरा पानी मेरी विरासत योजना की जरुरत और आवश्यकता 

राज्य में लगातार बढ़ते हुए धान के क्षेत्र से प्रत्येक वर्ष लगभग 1.0 मीटर भू-जल स्तर में गिरावट आ रही है। हमारी आने वाली पीढियों के लिए पानी बचाने हेतु सरकार ने 1.00 लाख हैक्टेयर भूमि में मक्का / कपास / बाजरा / दलहन / बागवानी की फसलो से विविधीकरण हेतु ‘मेरा पानी मेरी विरासत‘ योजना की शुरूवात की है। 

किसानो को राज्य के 8 खण्डो (रतिया, सिरसा, सीवन, गुहला, पीपली, ईस्माइलाबाद, बबैन तथा शाहाबाद) में धान के पिछले वर्ष के क्षेत्र में कम-से-कम 50 प्रतिशत क्षेत्र में वैक्लपिक फसलो (मक्का / कपास / बाजरा / दलहन / बागवानी) को उगाकर विविधीकरण अपनाना होगा। 

उपर्युक्त योजना के माध्यम से फसल विविधीकरण का उददेशय टिकाऊ खेती के साथ-2 नवीनतम तकनीको को बढावा देना, उत्पादन बढाना तथा किसान की आय बढाने के लिए फसल विकल्प चुनने में सक्षम बनाना है।

पानी के दोहन के मुख्य कारण 

-- अधिक पानी की मांग वाले धान-गेहूं के फसल चक्र की निंरतर खेती।
-- वर्षिक वर्षा से होने वाले पुनर्भरण से अधिक भू-जल का दोहन।
-- धान और गेहूं की फसलो में सिंचाई विधि से पानी का अधिक प्रयोग व बर्बादी।

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के उद्देश्य  

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के निमिन्लिखित उद्देश्य हैं:-  
  • हरियाणा में अधिक पानी की मांग वाली फसलो के क्षेत्र को कम करना।
  • स्थायी खेती के लिए वैकल्पिक फसलो को बढावा देना तथा नवीनतम तकनीको की प्रेरणा देना।
  • संसाधनों के संरक्षण को बढावा देना।
  • भू-जल स्तर को बनाए रखना।
  • धान-गेहूं चक्र के कुप्रभाव से मृदा स्वास्थ्य को बचाना तथा सुक्ष्म तत्वों का सन्तुलन मिट्टी में बनाए रखना।
  • धान-गेहूं चक्र की खेती से हटाकर किसान को अधिक लाभ देने वाली फसलो का विकल्प देने के लिए।
इस योजना का उद्देश्य प्रकृति, मिटटी और पानी का संरक्षण करना तथा टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना है। 

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत प्रोत्साहन

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत हरियाणा राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध प्रोत्साहन इस प्रकार हैं:-  
  • इस योजना के तहत जिस किसान ने अपनी कुल जमीन के 50 प्रतिशत या उससे अधिक क्षेत्र पर धान के बजाय मक्का/ कपास/बाजरा / दलहन / सब्जीयां इत्यादि फसल उगाई है तो उसको 7,000/- रूपये प्रति एकड़ की दर से राशि प्रदान की जाएगी। परन्तु यह राशि उन्ही किसानो को ही दी जाएगी जिन्होने गतवर्ष खरीफ के धान के क्षेत्रफल में से 50 प्रतिशत या उससे अधिक क्षेत्र में फसल विविधीकरण अपनाया है।
  • उपरोक्त राशि 7,000/- रूपये प्रति एकड़ के अतिरिक्त जिन किसानो ने धान के बजाय फलदार पौधो तथा सब्जीयों की खेती से फसल विविधीकरण अपनाया है उनको बागवानी विभाग द्वारा चालित परियोजनाओं के प्रावधान के अनुसार अनुदान राशि अलग से दी जाएगी।
  • जिन खण्डों का भू-जल स्तर 35 मीटर अथवा उससे अधिक गहराई पर है तथा पंचायत भूमि पर धान के अतिरिक्त मक्का/ कपास/बाजरा / दलहन / सब्जीयां फसल उगाई है तो 7,000/- रूपये प्रति एकड़ की दर से राशि ग्राम पंचायत को दी जाएगी।
  • इस योजना के तहत अपनाई गई फसल मक्का / बाजरा / दलहन के उत्पादन को सरकार द्वारा नयुन्तम समर्थन मुल्य पर खरीदा जाएगा।
  • मक्का खरीद के दौरान मण्डीयों में मक्का सुखाने के लिए मशीने लगाई जाएगीं ताकि किसानों को पर्याप्त नमी के आधार पर उचित मुल्य मिल सके।
  • मक्का की मशीनों द्वारा बिजाई करने हेतु लक्षित खण्डों में किसानो को मक्का बिजाई मशीन पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
  • फसल विविधीकरण के अंतर्गत अपनाई गई फसल की बीमा राशि / किसान के हिस्से की राशि को सरकार द्वारा दिया जाएगा।
फसल विविधीकरण अपनाने वाले किसानो को सुक्ष्म सिंचाई संयत्र लगाने पर कुल लागत का केवल जी0एस0टी0 ही देना होगा।

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना की पहली क़िस्त में राशि भुगतान

हरियाणा राज्य सरकार ने सिरसा, फतेहाबाद, जींद, हिसार, कैथल, झज्जर, भिवानी, चरखी, दादरी, सोनीपत, रोहतक, फ़रीदाबाद, पलवल, रेवाड़ी, मेवात, गुरुग्राम, पानीपत और करनाल में कुल 20,420 हेक्टेयर में धान को छोड़कर कपास की बुआई करना प्रमाणित हुआ है। इन सभी जिलों के किसानों को पहली किस्त के रूप में 2000 प्रति एकड़ (फसल के सत्यापन के बाद) के हिसाब से सीधा बैंक अकाउंट में दे दिए हैं, जबकि दूसरी किश्त जल्द ही दी जाएगी। 
ज्यादा जानकारी के लिए fasal.haryana.gov.in पर जाएं।